कोविड नीति पर उठे थे सवाल
दरअसल, चीन की संसद नेशनल पीपल्स कांग्रेस ने रविवार (5 मार्च) को अपना वार्षिक सत्र शुरू किया। यह बैठक एक सप्ताह से चल रही है। इसमें 69 साल के शी जिनपिंग को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उनकी जीरो कोविड नीति को लेकर कई सवाल भी उठे थे। हालांकि, वे इससे सब कुछ पार कर गए। सांसदों ने इसके बजाय बीजिंग के विज्ञान मंत्रालय और प्रौद्योगिकी क्षमताओं के व्यापक सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है।
शी जिनपिंग की ताकत और मजबूत होगी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में शी जिनपिंग का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया, जिससे चीन में उनकी ताकत और मजबूत होगी। इसका मतलब यह होगा कि शी जिनपिंग अपने 70 के दशक में अच्छी तरह से शासन करेंगे और यदि कोई चुनौती नहीं आती है, तो उनका कार्यकाल और भी लंबा होगा।
सेना पर 18 लाख करोड़ खर्च करेगा चीन
नेशनल पीपल्स कांग्रेस की बैठक में देश की आर्थिक विकास दर पांच फीसदी रखने का लक्ष्य रखा गया है। चीन ने साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपए का रक्षा बजट रखा है। यह भारत से तीन गुना ज्यादा है। हालांकि, चीन की अर्थव्यवस्था कोविड के बाद धीमी गति से आगे बढ़ रही है। साल 2022 में चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार घटकर महज तीन फीसदी रह गई।