फर्जी माइक और डमी कैमरा बरामद
अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले तीनों हमलावरों की पहचान उजागर हो गई है। तीनों की पहचान सन्नी, लवलेश और अरुण के रूप में हुई है। घटना के तुरंत बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। बताया जाता है कि तीनों हमलावर वहां मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक तीनों अतीक अहमद को मारने के लिए सुरक्षा घेरे को काटने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच तीनों ने पहले अतीक और फिर अशरफ को गोली मार दी। इसके बाद तीनों ने सरेंडर कर दिया। घटना में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हमलावरों के पास से बरामद कैमरा और माइक को फर्जी बताया है। उसके पास बिना बैटरी वाला डमी कैमरा था।
घटना के बाद 17 पुलिसकर्मी निलंबित
घटना के बाद 17 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है और प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है। बता दें, अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने 13 से 17 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा था। 13 अप्रैल की रात को ही यूपी पुलिस और ATS ने दोनों से पूछताछ शुरू की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान अतीक ने कबूला था कि वह पाकिस्तान से हथियार की सप्लाई लेता रहा है। अहमदाबाद जेल से उसने ISI एजेंट को फोन भी किया था।