सूत्रों ने कहा कि उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग गुणवत्ता मानकों पर काम कर रहा है। इन मानकों को अधिसूचित किए जाने के बाद, उनके द्वारा कवर किए गए उत्पादों को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा प्रमाणित करना होगा। ऐसे प्रमाणपत्र के बिना माल को आयात करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। देश से निर्यात में कमी को देखते हुए सरकार गैर-जरूरी सामानों के आयात पर नियंत्रण करना चाहती है। निर्यात में गिरावट ने न केवल उद्योगों के बीच चिंता बढ़ा दी है, चालू खाता घाटा भी बढ़ने का जोखिम है।
भारत का निर्यात लागातार तीसरे महीने में गिरा
ऐसे गैर-टैरिफ उपायों पर विचार किया जा रहा है, जहां घरेलू उत्पाद उपलब्ध हैं। भारतीय बाजारों को कई आयातित सामानों की भारी आपूर्ति मिल रही है। सूत्रों ने यह भी कहा कि ऐसे उत्पादों की गुणवत्ता के लिए कोई निश्चित मानक नहीं है। भारत का निर्यात फरवरी में लगातार तीसरे महीने गिरा, जबकि आयात लगातार दूसरे महीने गिरा, जो विदेशी बाजारों में कमजोर मांग का संकेत है। निर्यात 8.82 प्रतिशत घटकर 33.88 अरब डॉलर रहा जबकि आयात 8.21 प्रतिशत घटकर 51.31 अरब डॉलर रहा।