ऋषिकेश में आयोजित ‘ऋषिकेश से चारधाम यात्रा-2023’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया और चार धामों- बाबा केदार, बद्रीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री से पिछले वर्ष की भांति यात्रा के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए ‘हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने’ का भी फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा को उत्तराखंड के लिए ‘त्योहार’ करार देते हुए कहा कि देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु राज्य में आते हैं, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।
यात्रा के लिए अब तक 16 लाख लोगों का पंजीकरण
उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक यात्रा के लिए 16 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक श्रद्धालु की यात्रा सुगम और 100 प्रतिशत सुरक्षित हो। मुख्यमंत्री ने कहा, हमें विश्वास है कि इस साल की चारधाम यात्रा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी। राज्य सरकार सुरक्षित चारधाम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा प्रयास रहेगा कि यात्रा पूरी होने के बाद घर लौटने वाला हर श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखंड में बिताए गए समय की सुनहरी यादें अपने साथ ले जाए।
पिछले साल रिकॉर्ड स्तर पर आए थे श्रद्धालु
कोविड-19 के कारण दो साल के अंतराल के बाद पिछले साल जोरों पर शुरू हुई चारधाम यात्रा में 47 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड देखा गया। राज्य सरकार को इस बार यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। इस बीच, उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री मंदिर और यमुनोत्री मंदिर को खोलने की तैयारी शुरू हो गई है जहां मंदिरों को फूलों से सजाया जा रहा है। हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बाद शनिवार को दोपहर 12:35 बजे गंगोत्री के कपाट खुलेंगे, जबकि यमुनोत्री के कपाट दोपहर 12:41 बजे खुलेंगे। दोनों सदनों में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है।