चिराग पासवान ने सिविल सेवा में लेटरल एंट्री को बताया संविधान के खिलाफ, कहा- सरकार के समक्ष मामले को उठाएंगे

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सोमवार को सरकारी नौकरियों में लेटरल एंट्री नियुक्तियों की अवधारणा के खिलाफ अपनी बात रखी। ऐसी नियुक्तियों में आरक्षण के प्रावधानों पर जोर देते हुए पासवान ने कहा कि वह इस मामले को सरकार के समक्ष उठाएंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भाजपा की प्रमुख सहयोगी है। पार्टी ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में लेटरल एंट्री को पूरी तरह से गलत बताया।