हिंदुओं के लिए आज का अवसर बहुत ही शुभ माना जाएगा। इस दिन सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सोना खरीदने से सौभाग्य और समृद्धि आती है। फिजिकल गोल्ड के अलावा गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स में भी निवेश किया जा सकता है, लेकिन दोनों में क्या अंतर है?
गोल्ड ईटीएफ निवेशकों के लिए ज्यादा किफायती
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) 99.50 प्रतिशत शुद्ध सोने में निवेश करते हैं जबकि गोल्ड म्यूचुअल फंड गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं। गोल्ड फंड में कोई 1,000 रुपये से कम निवेश करके शुरुआत कर सकता है। हालांकि गोल्ड ईटीएफ के मामले में न्यूनतम निवेश राशि 1 ग्राम सोने की मौजूदा कीमत के बराबर होगी। गोल्ड ईटीएफ निवेशकों के लिए ज्यादा किफायती साबित होते हैं, क्योंकि इनमें एग्जिट लोड नहीं होता है। दूसरी ओर, निवेशकों को गोल्ड फंड के मामले में एक साल पूरा होने से पहले यूनिट को रिडीम करने के लिए एग्जिट लोड का भुगतान करना पड़ता है।
गोल्ड म्यूचुअल फंड में एसआईपी की अनुमति
गोल्ड ईटीएफ इकाइयों का शेयर बाजार में कारोबार होता है, इसलिए उन्हें दिन के किसी भी समय व्यापारिक घंटों के दौरान खरीदा या बेचा जा सकता है। गोल्ड फंड्स के मामले में कोई भी दिन के अंत में ही रिडीम कर सकता है और उसे खरीदने के लिए फंड हाउस में आवेदन करना होता है। गोल्ड ईटीएफ के मामले में निवेश का एसआईपी मोड लगभग न के बराबर है। हालांकि, गोल्ड म्यूचुअल फंड में एसआईपी की अनुमति है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट खाता अनिवार्य है। दूसरी ओर, कोई डीमैट खाते के बिना भी गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है।