कश्मीर घाटी के राजनीतिक दलों ने इस कदम का स्वागत किया है। यह न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। G20 शिखर सम्मेलन फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे मजबूत देशों के लिए व्यापार योजनाओं पर चर्चा करने और देश के लिए भविष्य का खाका तैयार करने का एक अवसर है। प्रधानमंत्री कश्मीर घाटी के विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और यह बात यहां हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन से साबित होती है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद यहां पहला बड़ा शिखर सम्मेलन है जिसके बारे में किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। घाटी में जमीन पर बदलाव देखने में आया है।
भारत इसकी स्थापना से सदस्य है
प्रधानमंत्री मोदी 2014 से G20 शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है। भारत 1999 में इसकी स्थापना के बाद से G20 का सदस्य रहा है। MEA के अनुसार, G20 दुनिया की 19 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं और यूरोपीय संघ का एक समूह है। साथ में, वे दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद का 80% से अधिक, वैश्विक व्यापार का 75% और दुनिया की 60% आबादी का हिस्सा रखते हैं। G20 देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका सदस्य हैं।