गडकरी की अध्यक्षता वाली एक समिति ने दौरा किया
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति भी जोजिला टनल के निर्माण कार्य की समीक्षा करने पहुंची। केंद्रीय मंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद थे। 13 सदस्यीय सलाहकार समिति के साथ सुरंग निर्माण स्थल का दौरा करने के बाद मीडिया से बात करते हुए गडकरी ने कहा कि ऐतिहासिक सुरंग परियोजना कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ने के सपने का हिस्सा है। गडकीरी ने यह भी कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था, “यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण सुरंग है। इस सुरंग की लंबाई एशिया में सबसे लंबी होने की संभावना है।”
सुरंग कहां से होकर गुजरती है?
सुरंग श्रीनगर-कारगिल-लेह राजमार्ग पर जोजिला दर्रे से होकर गुजरेगी। सुरंग परियोजना सामरिक महत्व की है क्योंकि सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग बंद हो जाता है, जिससे कश्मीर घाटी के साथ लद्दाख क्षेत्र का संपर्क कट जाता है। जोजिला सुरंग कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल को लद्दाख में कारगिल जिले के द्रास शहर में एक मिनी सड़क से जोड़ेगी। सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किमी लंबी लिंक रोड है जबकि मुख्य सुरंग की लंबाई 13 किमी है।