58 वर्षीय महिला की मौत हो गई
जानकारी के अनुसार, शहर में आए हुए फतेगंज इलाके में रहने वाली 58 वर्षीय महिला को खांसी और बुखार और सर्दी जैसे लक्षण थे। लिहाजा उन्हें इलाज के लिए एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच शुरू कर दी। महिला के साथ रहने वाले परिजनों से सैंपल लिया गया है।
H3N2 का परीक्षण कब किया जाना चाहिए?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जब मामले बढ़ने लगे तो एच3एन2 की जांच करानी चाहिए। लेकिन जब मरीज ठीक न हो और वायरस काबू में न आए, तब भी जांच करानी चाहिए। डॉक्टर बता रहे हैं कि इस साल सूखी खांसी के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। ज्यादातर मरीज बिना इलाज के ही ठीक हो रहे हैं।
H3N2 वायरस के लक्षण
बुखार
पहले कफ के साथ खांसी और बाद में सूखी खांसी बहुत देर तक रहती है
छाती में दर्द
सिर दर्द
मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द
थकान महसूस होना
गला खराब होना
H3N2 से रिकवरी
H3N2 वायरस के संपर्क में आने के बाद बुखार एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। जुकाम और खांसी ठीक होने में अधिक सप्ताह लगते हैं। इसलिए इस बीमारी के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
इन्फ्लूएंजा के मामलों में वृद्धि
कोरोना के कारण इम्युनिटी कमजोर हो गई है। ऐसे में वायरल इंफेक्शन के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। माना जा रहा था कि कोरोना के बाद इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियां कम हो जाएंगी, लेकिन वायरल संक्रमण बढ़ रहा है। और श्वसन तंत्र जिससे प्रभावित होता है