चीनी विदेश मंत्रालय ने अभी घोषणा की है कि उन्होंने अभी-अभी होंडुरास के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं। होंडुरास ने शनिवार को घोषणा की कि वह ताइवान के साथ अपने राजनयिक संबंध तोड़ रहा है। इस घोषणा के बाद ताइवान ने होंडुरास की जमकर आलोचना की, जिसमें कहा गया कि होंडुरास ने चीन के प्रति अपनी निष्ठा बदल दी। होंडुरास के विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से निर्देश मिलने के बाद ताइवान के साथ राजनयिक संबंध खत्म करने के निर्णय के बारे में सूचित किया है। ताइवान एक स्वशासित लोकतंत्र है और चीन का हिस्सा माना जाता है। यदि आवश्यक हो तो चीन किसी दिन बलपूर्वक ताइवान पर कब्जा करने लेगा, लेकिन एक चीन नीति के अनुसार ताइवान और चीन को दो देश के रूप में मान्यता देने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
ताइवान ने भी सभी संबंध खत्म करने की घोषणा की
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि किसी देश के राष्ट्रीय नीति में बदलाव चीन की जबरदस्ती और डराने-धमकाने की श्रृंखला का हिस्सा है। चीन लंबे समय से ताइवान के अंतर्राष्ट्रीय पहचान को दबा रहा है और इससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरा पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा, “(होंडुरास) के साथ हमारी बातचीत का कोई फायदा नहीं होने वाला है। ऐसे में हमने अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और गरिमा को बनाए रखने के लिए तत्काल प्रभाव से होंडुरास के साथ राजनयिक संबंधों को समाप्त करने का फैसला किया है। हम सभी सहयोग परियोजनाओं को समाप्त कर देंगे और अपने दूतावास को बंद कर देंगे।