मिली जानकारी के मुताबिक हैलीपेड पर एयरपोर्ट के जैसा सिस्टम होगा। जैसे हैलीपेड पर एंट्री से पहले टिकट का क्यूआर कोड स्कैन होने के बाद बॉर्डिंग पास जारी होगा। इसी कड़ी में उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण और आईआरसीटीसी के मध्य टिकट बुकिंग के लिए एमओयू साइन हुआ है। बीते बुधवार को सचिवालय में उकाडा के सीईओ सी. रविशंकर और आईआरसीटीसी के मौजूदा महानिदेशक सुनील कुमार ने एमओयू पर अपने हस्ताक्षर किए।
अप्रैल महीने से शुरू होगी बुकिंग
जानकारी के मुताबिक टिकट बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी अप्रैल के पहले हफ्ते में इसके लिए पोर्टल ओपन करेगा। वहीं 200 टिकट का इमरजेंसी कोटा होगा, लेकिन इसके लिए भी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य माना गया है। केदारनाथ के लिए सफर कर रहे लोगों को ये भी पता होना चाहिए कि एक आईडी से एक बार में ज्यादा से ज्यादा 6 टिकट बुक किए जा सकेंगे। वहीं जो लोग ग्रुप में यात्रा कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि एक आईडी पर ज्यादा से ज्यादा 12 टिकट बुक किए जा सकते है और ये बुकिंग 1 अप्रैल से शुरू होगी।
6 लाख लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
बता दें कि अब तक चार धाम यात्रा के लिए लगभग 6 लाख लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। वहीं रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 6 फरवरी से शुरू की गई थी। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल प्रात: 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे। ऐसी जानकारी मिली है कि उत्तराखंड में बेहद जल्द ही भगवान बद्रीनाथ और केदारनाथ की ऑनलाइन पूजा के लिए बुकिंग शुरू की जाने की योजना है। इसके लिए बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति तैयारियों में लग गई है। वहीं बेहद जल्द बीकेटीसी का डिजिटलीकरण किया जाना है।