पुरुषों और महिलाओं दोनों पर प्रभाव
एक स्टडी के अनुसार, मोबाइल फोन पुरुषों की फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डालती है। इससे पुरुषों के स्पर्म काउंट कम होते हैं। खासकर यह समस्या मोबाइल फोन को पेंट की जेब में रखने से होती है। इसका प्रभाव महिलाओं पर भी पड़ता है, लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर इसका असर कम होता है।
क्या है वजह?
पिछले कुछ सालों में इस विषय पर कई रिपोर्ट सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने इसकी वजह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन है, जो पुरुषों की फर्टिलिटी से थर्मल और नॉन थर्मल दोनों ही मैकेनिज्म से इन्टरैक्ट होती है। मोबाइल फोन के रेडिएशन की वजह से पुरुषों में स्पर्म काउंट और उसकी मोबिलिटी में कमी आती है। इतना ही नहीं, इसकी वजह से स्पर्म मॉर्फोलॉजी भी प्रभावित होती है।
कैसे पहुंचाता है नुकसान?
इसके पीछे का साइंस बहुत ही सिंपल है, क्योंकि इस डिवाइस से बहुत ज्यादा रेडिएशन और गर्म होने के कारण यह समस्याएं हो सकती है, जो हमारे शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज (ROS) मॉलिक्यूल का लेवल बढ़ता देती है। इसकी वजह से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बनता है और सेल्स में ROS के बनने की वजह से DNA और RNA प्रोटीन को नुकसान पहुंचता है और इसकी वजह से सेल्स की भी डेथ हो जाती है।
कैसे बच सकते हैं आप?
हालांकि, पुरुषों की नपुंसकता के और भी कारण हो सकते हैं। डॉक्टरों की मानें तो आप अच्छी नींद लें, खानपान का अच्छा सेवन करें और मोबाइल फोन को फ्रंट पॉकेट में ना रखें। मोबाइल फोन या लैपटॉप को पैर पर रखकर न चलाएं, क्योंकि इससे आपके स्पर्म काउंट कम हो सकते हैं। मोबाइल फोन से दूरी बनाकर आप इन सब से बच सकते हैं। हर वक्त फोन को यूज न करें, जब उसकी जरूरत हो तब फोन का इस्तेमाल करें। आप यह छोटी-छोटी बातों को ध्यान रखकर नुकसान को कम कर सकते हैं।