वीडियो में अमृतपाल कहते हैं कि जिस तरह से सरकार ने लोगों में डर पैदा किया है, सिख इस सरबत खालसा में शिरकत करने को तैयार हैं। यह बैसाखी ऐतिहासिक होनी चाहिए। वीडियो में अमृतपाल कह रहे हैं कि अगर सरकार का इरादा उन्हें गिरफ्तार करने का होता तो सरकार उन्हें गिरफ्तार कर लेती। अगर सरकार हमें घर में ही गिरफ्तार कर लेती तो हम गिरफ्तारी सरेंडर कर देते। लेकिन सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है। उन्होंने लाखों का बल प्रयोग कर और घेराबंदी कर मुझे गिरफ्तार करने का प्रयास किया। सतगुरु सच्चा पातशाह ने मुझे उस घेरे से बाहर निकाला।
सरकार नहीं चाहती कि मैं गिरफ्तार होऊंः अमृतपाल
अमृतपाल ने कहा कि उस मौके पर हमें लगा कि सरकार नहीं चाहती कि मुझे गिरफ्तार किया जाए। फिर इंटरनेट बंद हो गया, हमारा कोई संपर्क नहीं था। तब हमें नहीं पता था कि खबरों से क्या हो रहा है। अब जब मैं समाचार देखता हूं तो मुझे पता चलता है कि क्या हो रहा है। पंजाब सरकार सिख नौजवानों को दोषी ठहराकर जेल भेजने की हद से आगे बढ़ चुकी है। महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया है। यह वही काम है जो कभी पंजाब में बयंत सिंह की सरकार ने किया था। पूरी दुनिया में प्रदर्शन हुए थे।