अभियान में 200 से अधिक एनआईए की टीम
इस अभियान से 200 से अधिक टीमें जुड़ चुकी हैं। जिन राज्यों में एनआईए की छापेमारी चल रही है, उनमें दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, राजस्थान, यूपी और मध्य प्रदेश शामिल है। कहा जा रहा है कि टेरर फंडिंग के जरिए डर फैलाने की कोशिश की जा रही थी। मालूम हो कि गैंगस्टर-खालिस्तानी नेटवर्क मामले में अब तक पांच मामले दर्ज हो चुके हैं।
बता दें, एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने वाले आतंकी संगठनों और उनके सहयोगियों पर कार्रवाई के तहत कुछ दिन पहले घाटी में 13 स्थानों पर छापे मारे थे। एजेंसी ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल बद्र और अल कायदा सहित पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी संगठनों के साथ काम करने वाले या उनसे जुड़े नए संगठनों के 13 स्थानों/ठिकानों पर तलाशी ली थी। सघन तलाशी अभियान चलाया गया। ये छापे द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू-कश्मीर, मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद, जम्मू कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स, कश्मीर टाइगर्स, PAAF जैसे कई नए संगठनों के लिए काम करने वाले लोगों की गतिविधियों से संबंधित हैं। उनकी वर्तमान आतंकवादी साजिश एनआईए जांच का हिस्सा है।