पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गोताखोरों सहित एनडीआरएफ की टीमों के साथ दीघा-मंदारमणि के तटीय इलाके भी अलर्ट पर हैं। साथ ही विभाग ने लोगों को समुद्र के पास नहीं जाने के लिए नियमों की घोषणा की है। विभाग ने जनता की निगरानी के लिए बक्खाली बीच पर राज्य आपदा प्रबंधन समूह के 100 से अधिक कर्मियों को भी तैनात किया है। जानकारी के मुताबिक सुंदरबन के बांध में दरारें आ गई हैं, जिसके चलते एहतियात के तौर पर इन्हें बंद किया जा रहा है।
पर्यटकों को समुद्र के पास जाने की अनुमति नहीं
लोगों को समुद्र के पास जाने से रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर रहा है। एनडीआरएफ टीम के सदस्य विकास साधु ने कहा, ‘हम पर्यटकों को समुद्र के पास नहीं जाने दे रहे हैं, जहां बड़ी लहरें हैं।’ हम समुद्र तट पर लोगों की आवाजाही को रोक रहे हैं। हमें अगले कुछ घंटों तक अलर्ट रहने को कहा गया है।
चक्रवात मोचा ने सितवे में कहर बरपाया
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (14 मई) को चक्रवात मोचा ने म्यांमार के तटीय क्षेत्र सितवे में कहर बरपाया। म्यांमार के रखाइन राज्य की राजधानी सितवे के कुछ हिस्से जलमग्न हो गए जबकि हवाएं 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। अल जजीरा के अनुसार, म्यांमार में बचाव दल ने भूस्खलन के कारण दो लोगों की जान ले ली है। साथ ही स्थानीय मीडिया ने म्यांमार में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत की खबर दी।