मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, ‘इस साल केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने में थोड़ी देरी की संभावना है। मानसून के 4 जून को केरल पहुंचने की उम्मीद है। मानसून पिछले साल 29 मई, 2021 में 3 जून और 2020 में 1 जून को दक्षिणी राज्य में पहुंचा था। भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून का आगमन केरल पर मानसून की शुरुआत से चिह्नित है और यह एक महत्वपूर्ण संकेत है जो गर्म और शुष्क मौसम से बरसात के मौसम में संक्रमण का संकेत देता है। जैसे ही मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, इन क्षेत्रों को गर्मी की गर्मी से राहत मिलती है।
वर्षा आधारित कृषि भारत के कृषि परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण घटक है, इस प्रणाली के तहत शुद्ध खेती वाले क्षेत्र का 52 प्रतिशत हिस्सा है। यह देश के कुल खाद्य उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत है, जो इसे भारत की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देता है।