नीतू को ‘मिनी क्यूबा’ कहा जाता है। नीतू ने छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम को राष्ट्रमंडल खेलों के 48 किलोग्राम के ट्रायल में हरा दिया था। नीतू ने इससे पहले 2017 में यूथ विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। 2019 के यूथ एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और इसी साल यूथ विश्व चैंपियनशिप विजेता बनीं थी। अब नई दिल्ली में 2023 में उन्होंने विश्व चैंपियनशिप जीतकर सनसनी मचा दी हैं।
नीतू ने लिया था बॉक्सिंग छोड़ने का फैसला
हरियाणा के भिवानी के धनाना गांव की रहनेवाली नीतू 2012 में अपना करियर शुरू किया था। वह करीब दो साल तक कोई पदक नहीं जीत पाईं थी। इसके बाद उन्होंने बॉक्सिंग छोड़ने का फैसला कर लिया था। लेकिन उनके पिता ने उनका हौसला बढ़ाया और कड़ी मेहनत करने को कहा। इसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और परिश्रम करती गईं। वह साल 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी मेहनत पर भरोसा था कि वह इस टूर्नामेंट को जीत लेंगी। उन्होंने अपने पिता को भी इस जीत का श्रेय दिया है।
81 किग्रा वर्ग में स्वीटी बूरा बनीं चैंपियन
भारत की अनुभवी मुक्केबाज स्वीटी बूरा भी महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत लिया है। हरियाणा की इस मुक्केबाज ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 के मुकाबले में चीन की वांग लिना को 3-2 हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। स्वीटी हिसार की रहनेवाली हैं। स्वीटी ने पिछले साल एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप मे भी गोल्ड मेडल हासिल किया था।