डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 30 जनवरी 2020 को कोविड को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था। हालांकि, WHO ने स्पष्ट किया है कि कोरोना अभी भी वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा है। WHO के अनुसार, जब कोरोना को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था, तब चीन में कोरोना के 100 से कम मामले थे और कोई मौत नहीं हुई थी, लेकिन तीन साल बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 70 लाख हो गई जो रिकॉर्ड की गई है। हमें लगता है कि इसमें करीब 2 करोड़ लोगों की जान गई है।
पिछले एक साल में कोरोना के मामलों में आई कमी
WHO ने कहा कि पिछले एक साल में कोविड मामलों में कमी को देखते हुए कोरोना को पब्लिक ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी से हटाने का फैसला किया गया है। स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोविड का असर इतना ज्यादा था कि स्कूल से लेकर दफ्तर तक बंद रहे। इस दौरान कई लोग तनाव और चिंता से गुजरे। इसने विश्व अर्थव्यवस्था को भी नष्ट कर दिया।