भारत-कुवैत के बीच गुरुवार को विवेकानंद युवाभारती क्रीड़ांगन में खेला गया फीफा विश्वकप का क्वालीफायर मैच गोलशून्य ड्रॉ रहा। यह भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के 19 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर का अंतिम मैच भी था। सुनील छेत्री का आखिरी मैच देखने स्टेडियम में हुजूम उमड़ पड़ा। 70,000 दर्शक इस यादगार मैच के चश्मदीद गवाह बने।