अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ का मालिक कौन?
उन्होंने आगे कहा, “अडानी की एक शेल कंपनी है। किसी ने इसमें 20,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह अडानी का पैसा नहीं है, यह किसी और का पैसा है। सवाल यह है कि इस 20,000 करोड़ रुपये का मालिक कौन है? अडानी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में विस्तार से बात की. ये रिश्ता नया नहीं है, रिश्ता पुराना है. मैंने इसके बारे में सवाल पूछा था।” उन्होंने कहा कि मेरा सीधा-साधा सवाल मोदी सरकार से है, और मैं सवाल पूछता रहूंगा कि अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ रुपये का मालिक कौन है? ये लोग मुझे नहीं जानते। इन लोगों को डराकर चुप कराने की आदत है, लेकिन मैं इन लोगों से नहीं डरता।
अडानी मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सदस्यता छीनी
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डर गए थे और मैंने उनकी आंखों में देखा, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए मेरी सदस्यता छीन ली गई। इन सबके बीच राहुल गांधी ने आज दोपहर 1 बजे कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने सदस्यता वापस लेने के फैसले की बात कही और सरकार पर हमला बोला।
बता दें, सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को मानहानि का दोषी पाया और उन्हें 2019 में कर्नाटक की एक रैली में ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों है’ कहने के लिए 2 साल की जेल की सजा सुनाई। इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने कोर्ट से सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी है। हालांकि, अब राहुल गांधी के पास ऊपरी अदालत में अपील करने का विकल्प है।