संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कहना है कि हम एक खतरनाक रास्ते पर चल रहे हैं क्योंकि हम बहुत अधिक पानी का उपयोग कर रहे हैं। इतना ही नहीं इससे प्रदूषण पैदा कर रहे हैं और अनियंत्रित ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी को बहुत अधिक गर्म और मानवता के जीवन को खत्म कर रहे हैं। अगर समय रहते कुछ नहीं किया गया, तो दुनिया में ऐसी स्थिति बनी रहेगी, जहां दुनिया की आबादी के 40-50% प्रतिशत के बीच ही पानी रहेगा और दुनिया की लगभग 20-25% आबादी के पास सुरक्षित पानी की पहुंच नहीं होगी। समय के साथ यह एक बड़ी समस्या बन जाएगी।
22 से 24 मार्च तक जल समिट का होगा आयोजन
संयुक्त राष्ट्र 2023 में जल शिखर सम्मेलन 50 वर्षों में जल पर पहला शिखर सम्मेलन है। इससे पूर्व अंतिम उच्च स्तरीय सम्मेलन 1977 में अर्जेंटीना के मार डेल प्लाटा में आयोजित किया गया था। 2023 संयुक्त राष्ट्र जल शिखर सम्मेलन में दुनिया भर से 6,500 अतिथि शामिल होने जा रहे हैं। वे सभी लोगों के लिए पानी की पहुंच में सुधार के तरीकों पर चर्चा करेंगे। यह समिट (22 मार्च) बुधवार से (24 मार्च) शुक्रवार तक न्यूयॉर्क में होने जा रही है। सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों की सरकारों और संगठनों को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उम्मीद यह है कि ऐसा करके हम पानी की पहुंच के अधिक से अधिक सीमित होने की प्रवृत्ति को उलट सकते हैं।