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  • November 21, 2023
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आरती किए बिना अधूरी है पूजा, जानिए इसे करने का सही तरीका और नियम

आरती किए बिना अधूरी है पूजा, जानिए इसे करने का सही तरीका और नियम हर घर में प्रतिदिन भगवान की…

आरती किए बिना अधूरी है पूजा, जानिए इसे करने का सही तरीका और नियम

आरती किए बिना अधूरी है पूजा, जानिए इसे करने का सही तरीका और नियम
हर घर में प्रतिदिन भगवान की पूजा की जाती है। घर में पूजा करने से सात्विकता और सकारात्मकता बढ़ती है। साथ ही व्यक्ति के बुरे कर्म नष्ट हो जाते हैं। लेकिन पूजा का फल तभी मिलता है, जब आप पूजा के बाद आरती करते हैं। आरती किए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है और उसका फल नहीं मिलता है। आरती करने का हर किसी का अपना-अपना तरीका होता है। आरती के समय अपने आराध्यदेव के गुण कीर्तन के साथ मंत्र का जाप भी करना चाहिए।

आरती के बारे में शास्त्रों में कहा गया है कि बिना मंत्र, बिना क्रिया के की गई पूजा का भी फल मिलता है, अगर पूजा के बाद आरती की जाए। इससे यह सिद्ध होता है कि पूजा के बाद आरती करना कितना महत्वपूर्ण है। तो आइए आज हम आपको पूजा के बाद आरती करने के कुछ सामान्य नियमों के बारे में भी बताते हैं, जिनका पालन करने से आपको तुरंत पूजा का फल मिलेगा।

आरती का नियम

– आरती में 1, 5 या 7 दीपक भी जलाए जाते हैं। आमतौर पर 1 या 5 दीपक की आरती करनी चाहिए।

– आरती के समय अपने आराध्यदेव के गुण कीर्तन के साथ मंत्र का जाप भी करना चाहिए।

– ऋषि-मुनियों ने कहा है कि आरती ॐ की आकृति से करनी चाहिए क्योंकि हर मंत्र की शुरूआत ॐ शब्द से ही होती है। यानि कि आरती करते समय हाथ में ली हुई आरती को इस प्रकार घुमाएं कि ॐ की आकृति बने।

– इस प्रकार आरती करने से मंत्र साधना भी होती है जो विशेष फलदायी होती है।

– आरती में दीपक की बाती पूर्व दिशा की ओर रखने से आयु में वृद्धि, पश्चिम की ओर रखने से दुख, दक्षिण की ओर रखने से हानि और उत्तर की ओर रखने से धन की प्राप्ति होती है।

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