सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और पीएस नरसिम्हन की बेंच ने मंगलवार को मामले की सुनवाई की। पीठ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए खिलाड़ियों की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग पर दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 28 अप्रैल को होगी। वहीं, तीसरे दिन भी खिलाड़ी हड़ताल पर रहे।
जनवरी में महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोला था
पहलवानों ने इसी साल जनवरी में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उस समय पहलवानों से बात करने के बाद खेल मंत्रालय ने मैरी कॉम की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति का गठन किया था। समिति को कुश्ती संघ के दिन-प्रतिदिन के कामकाज के साथ-साथ आरोपों को भी देखना था। चार दिन पहले 21 अप्रैल को खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया था। उसी दिन बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर को लेकर दिल्ली पुलिस को शिकायत दी गई थी। खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद 23 अप्रैल को एक बार फिर खिलाड़ी विरोध जताने जंतर-मंतर पहुंचे।