प्रसिद्ध फिल्म लेखक व गीतकार जावेद अख्तर ने शायर मुनव्वर राणा के जनाज़े को कंधा दिया। शायर मुनव्वर राणा के निधन पर जावेद अख्तर ने कहा- शायरी और उर्दू का यह एक बड़ा नुकसान है। मुझे इसका बेहद अफसोस है। यह नस्ल एक-एक करके जा रही है और इसकी भरपाई नहीं हो पाएगी। उनकी कमी हमेशा खलेगी। उनकी शायरी प्रेरक है, उनके लिखने का अपना अंदाज था। अच्छी शायरी करना मुश्किल है, लेकिन उससे भी ज़्यादा मुश्किल है अपनी शायरी करना।