टीएमसी ने लगातार दो वीडियो प्रसारित कर यह साबित करने की कोशिश की है कि संदेशखाली मुद्दा एक साजिश था। वीडियो में बताया गया है कि टीएमसी नेताओं के खिलाफ आरोप लगाने के लिए महिलाओं को पैसे दिए गए थे। वहीं भाजपा का कहना है कि चुनाव में हार के डर से तृणमूल फर्जी वीडियो प्रसारित कर रही है।